गाडुलिया लोहार (लुहाड़ी)

मध्यप्रदेश की घुमक्कड़ जाति में से एक है।अपने पहनावे,बोली वाणी और कृषि तथा जीवन - उपयोगी लौह वस्‍तुओं के व्‍यवसाय के कारण इन्‍हें दूर से ही पहचान लिया जाता है। प्राय: ये हमेशा गतिमान रहते हैं। इनकी पहचान इनकी बैल-गाड़ी है, जो कभी नहीं रुकती। इनका प्रमुख व्‍यवसाय घर और कृषि में उपयोग होने वाले उपकरण एवं औजार इत्‍यादि बनाना है। समुदाय द्वारा अपनी भाषा को लुहाड़ी कहा जाता है। इस भाषा को समुदाय के सदस्‍य ही बूझ सकते हैं अन्‍यों के लिए यह संभव नहीं है।

  • आठ   ɑtʰ
    आठ
    eight
  • आठ दी   ɑʈʰ di
    साप्ताहिक
    weekly
  • आठ सै   ɑʈʰ sɛ
    आठ सौ
    eight hundred
  • आडकयु   ɑɖəkəjʊ
    अस्थि
    bone
  • आड़ी बाहू   ɑɽi bɑhu
    सरहज/पत्नी के बड़े भाई की पत्नी
    wife’s elder brother’s wife
  • आड़ी बाहू   ɑɽi bɑhu
    सरहज
    wife’s younger brother’s wife
  • आड़ू   ɑɽu
    साला
    wife’s elder brother
  • आड़ू   ɑɽu
    साला
    wife’s younger brother
  • आणीमें छै   ɑɳimẽ cʰɛ
    स्थानीय
    native
  • आतरीरियु   ɑtərirɪjʊ
    तैरना
    to swim