कुचबंधिया (गिहारा पारसी)

कुचबंधिया या कुचबंदिया समुदाय मध्‍यप्रदेश के कई जिलों में निवास करते हैं। अपनी संस्‍कृति और कला परंपरा को इन्‍होंने अभी तक कुछ मात्रा में संचित रखा है। समुदाय सदस्‍य स्‍वयं की भाषा को गिहारा पारसी बताते हैं। ये अपनी भाषा में अनेक सांकेतिक और विशिष्‍ट ध्‍वन्‍यात्‍मकता प्राधान्‍य शब्द समाये हुए हैं, जिसे भाषाभाषी लोग ही बोल और समझ सकते हैं। कुचबंधिया टॉकिंग डिक्शनरी में गिहारा पारसी के 1570 से अधिक शब्दों का संकलन किया गया है।

  • ढेवर    ɖʰewər
    पति का छोटा भाई
    husband’s younger brother
  • ढोन सी    ɖʰon si
    किस
    which
  • ढोन सो   ɖʰon so
    कौन
    who
  • ढोन सो तरीको   ɖʰon so təriko
    कैसे/ किस प्रकार
    how
  • ढोयल   ɖʰojəl
    कोयल
    cuckoos
  • ढोयला   ɖʰojəlɑ
    कोयला
    coal
  • ढोलकी   ɖʰoləki
    ढोल/ नगाड़ा /मृदंग
    drum
  • ढोले-ढोले   ɖʰole-ɖʰole
    गति को सूचित करने वाली अभिव्यक्ति (धीमी गति की तरह) के शब्द
    expression signifying motion (like slow)
  • ढौलेज   ɖʰɔleɟ
    कॉलेज/ महाविद्यालय
    college
  • तकियेठी   təkɪjeʈʰi
    तकिया
    pillow